पुत्रार्थी पुत्रमाप्नोति पयसा चाभिषेचनात।। लिंगकोटिसहस्त्रस्य यत्फलं संम्यगर्चनात्। इसकी पूजा से कुंडली में मौजूद सभी तरह के गृह दोष समाप्त हो जाते हैं। पारद शिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है। क्रोध, लालच और दूसरों से आगे बढ़ने की इच्छा की वजह से नहीं मिल पाती https://samuelc444fau9.bloggazzo.com/profile